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प्रत्येक टीकाकरण सत्र पर होंगे 25 लाभार्थी

• को-विन पोर्टल से चुनाव कार्य की तरह होगा निगरानी

• राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा दियाय गया ऑनलाइन प्रशिक्षण

 

रिपोर्ट:- राजीव रंजन कुमार।

सिवान-: वैश्विक महामारी कोरोना के नियंत्रण के लिए जिले में टीकाकरण का कार्य किया जाना है। इसको लेकर 8 जनवरी को मॉक ड्रील का आयोजन किया जायेगा। कोविड टीकाकरण के सफल मॉक ड्रील को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान टीकाकरण स्थल पर क्या तैयारियां होनी चाहिए, कौन-कौन सा उपकरण, लॉजिस्टिक की आवश्यकता है। कितने कर्मियों की आवश्यकता होगी इन सभी बातों को विस्तार से बताया गया। स्वास्थ्य कर्मियों को बताया गया कि वैक्सीन लगने से क्या-क्या सावधानियां उन्हों बरतनी है और वैक्सीन लगने से उन्हें क्या-क्या प्रभाव हो सकते हैं, उन लक्षणों की भी जानकारी दी गई। वैक्सीन लगने से किसी भी मरीज को आधा घंटे तक उल्टी दस्त, बुखार आदि या घबराहट हो सकती है।इसके लिए चिकित्सकों की देखरेख में आधा घंटे तक वैक्सीन जिस व्यक्ति को लगाई जाएगी उसे अपनी देखरेख में रखा जाएगा। सभी कर्मियो को पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। प्रशिक्षण में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, डीपीएम ठाकुर विश्वमोहन, एसएमओ डॉ. शैली गोखले,एसएमसी पीएन सिंह, डीएमईओ शम्स तबरेज समेत अन्य शामिल थे।

इन स्थानों पर होगा मॉक ड्रील:

• सदर अस्पताल, सिवान
• अनुमंडलीय अस्पताल, महाराजगंज
• प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, हुसैनगंज

एक स्थल पर 25 व्यक्तियों को लगेगा टीका :

जिला प्रतरिक्षण पदाधिकारी डॉ. प्रमोद कुमार पांडेय ने बताया कि ड्राई रन के दौरान एक स्थल 25 व्यक्तियों को डमी कोरोना टीका दिए जाएंगे। इसकी सूची जिला प्रतिरक्षण कार्यालय को उपलब्ध करा दी गई है। इसके पूर्व में ड्राई रन की राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला में जिला प्रतिरक्षण भीसीसीएम मनोज कुमार यादव, डीएमईओ शम्स तबरेज औऱ डाटा सहायक अशोक कुमार शर्मा ने सफलता पूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त किया है। ड्राई रन के दौरान केंद्र सरकार के निर्देशानुसार सभी स्थलों पर तीन कक्ष बनाए जाएंगे। स्वास्थ्यकर्मियों के मोबाइल पर टीकाकरण को लेकर मैसेज भेजा जाएगा। इसके बाद क्रम अनुसार डमी टीकाकरण किया जाएगा।

लाभार्थियों की होगी थर्मल स्क्रिनिंग:

डीआईओ डॉ. प्रमोद कुमार पांडेय ने बताया कि जिले में सुबह 9 बजे से ड्राई रन शुरू किया जाएगा। इसके लिए आशा, एएनएम लाभार्थी का थर्मल स्क्रीनिंग करेंगी। उसके बाद फर्स्ट वैक्सीनेटर ऑफिसर होम गार्ड होंगे, जो लाभार्थी के आई कार्ड का मिलान करेंगे। दूसरा वैक्सीनेटर ऑफिसर डाटा ऑपरेटर होगा जो वहां लाभार्थी के रजिस्ट्रेशन का मिलान करेंगे। तीसरे वैक्सीनेटर इंजेक्शन देंगे। उसके बाद वेटिंग एरिया में आधे घंटे लाभार्थी इंतजार करेंगे। उसके बाद उन्हें छोड़ा जाएगा।

प्रतिकूल प्रभाव निपटने का होगा अभ्यास:

मॉक ड्रील के दौरान टीकाकरण के बाद होने वाले प्रतिकूल प्रभाव के प्रबन्धन के लिए एडवर्स इवेंट्स फोल्विंग इम्यूनाइजेशन(एईएफआई) का अभ्यास किया जाएगा। साथ ही इससे निपटने के लिए बनाये गए कॉल सेंटर का परीक्षण भी किया जाएगा। ड्राई रन की निगरानी जिला कलेक्टरों द्वारा की जाएगी।

चुनाव कार्य की तरह को-वीन पोर्टल से होगी निगरानी:

कोविड-19 टीकाकरण के लिए टीके के वास्तविक स्टॉक की जानकारी, इनके भण्डारण तापमान एवं लाभार्थी के ट्रेकिंग के लिए को-विन सॉफ्टवेयर का निर्माण किया गया है। यह सॉफ्टवेयर कार्यक्रम प्रबंधकों को पूर्व-पंजीकृत लाभार्थियों के लिए स्वचालित सत्र आवंटन करने में सहयोग करेगा। पोर्टल के माध्यम से सत्र स्थल, वैक्सिनेटर मैनेजमेंट, लाभार्थियों की सूची आदि जानकारी मिल सकेगी।

मॉक ड्रील के दौरान इन निर्देशों का करना होगा पालन:

• कोल्ड चेन प्वाइंट के आस-पास टीकाकरण सत्र स्थल
• सभी एएनएम के पास इंटरनेट युक्त एंड्रवायड मोबाइल
• टीकाकरण के लिए तीन कमरा
• टीकाकरण स्थल पर पीने का पानी व शौचालय की व्यवस्था
• सामाजिक दूरी का पालन करना
• मास्क का उपयोग करना
• प्रत्येक टीकाकरण सत्र पर सेनिटाइजर की उपलब्धता
• सभी लॉजिस्टिक उपलब्ध रखना होगा
• लाभार्थियों की सूची का हार्ड कॉपी


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