◆ डीपीओ सर्व शिक्षा के आदेश पर कक्षा एक से आठवीं तक के विद्यालय रखनें थे बन्द
◆ एक विद्यालय में चल रही आठवीं की कक्षा की सूचना देने वाले को पहनायी आफत की माला
◆ पीड़ित सूचना वाहक ने डीएम से लगायी न्याय की गुहार
एक संवाददाता, गोपालगंज
गोपालगंज। कोविड प्रोटोकॉल और और सरकार द्वारा लॉक डाउन समाप्त किये जाने के बाद सभी नियम और प्रोटोकॉल का सही तरीके से पालन कराने का काम सरकार के अधिकारियों का ही है। लेकिन, जरा गौर करें कि अधिकारी किसी नियम का पालन करने को लेकर आदेश जारी कर दे और कोई नियम के विरूद्ध जाये, इसकी शिकायत अधिकारी से ही कोई अन्य व्यक्ति करे और वह सही होते हुये भी विभाग का ही शिकार बन जाये, तो क्या कहना। है न मजे की बात। दरअसल, मामला जिले के मांझा प्रखंड से है। मांझा प्रखंड में शिक्षा विभाग के व्हाट्सएप ग्रुप में एक निर्देश 19 जनवरी को जारी होता है। उस आदेश में प्राथमिक शिक्षा एवं सर्व शिक्षा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के द्वारा जारी आदेश में बताया जाता है कि अगले आदेश तक प्रखंड में संचालित कक्षा 1 से 8वीं तक के सभी विद्यालय नहीं खुलेंगे। हालांकि, यह आदेश तो हर जगह है। सरकारी आदेश है तो हर जगह इसका बखूबी पालन होना ही चाहिये।

मजे की बात यह है कि जब एक व्यक्ति के द्वारा इस आदेश की अवहेलना की जाती है तो भोजपुरवा निवासी अजय सिंह के द्वारा इसकी शिकायत प्रखण्ड की शिक्षा पदाधिकारी से की जाती है। वहीं, इसकी शिकायत आते ही उक्त विद्यालय के बिपिन बिहारी पर कार्रवाई करने की बजाए शिकायतकर्त्ता के खिलाफ ही विद्यालय संचालक को बीईओ मैडम के द्वारा भड़का दिया जाता है। इस मामले का ऑडियो क्लिप वायरल हो चुका है, जिसमें सीधे तौर पर शिकायतकर्त्ता के खिलाफ बीईओ मैडम नियम के विरुद्ध जाने वाले विद्यालय संचालक को भड़का रही हैं। इधर, शिकायत कर अजय सिंह ने आफत की माला पहनकर जिला पदाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी की शरण में आ गये हैं। उन्होंने डीएम को एक आवेदन देकर मामले की पूरी जांच-पड़ताल कर और बीईओ पर कार्रवाई की उम्मीद के साथ न्याय की गुहार लगायी है।