रामलीला के नव दिन मंचन देख भाव बिभोर हुए दर्शक__
मुख्य अतिथियों से कराया गया आरती
उनवल।खजनी क्षेत्र तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा सरया तिवारी मे श्री रामलीला महोत्सव मे राम , लक्ष्मण, सीता जी को खोजते हुए जंगल में भटकते हैं। उन्हें शबरी नामक महिला मिलती है, जो उन्हें अपने बेर खिलाती है। फिर, वे महाराज सुग्रीव से मिलकर बाली से युद्ध
श्री रामलीला महोत्सव के नौवे दिन राम लक्ष्मण सीता जी को खोजते हुए जंगलों में इधर-उधर भटक रहे होते हैं तो उन्हें रास्ते में श्री राम की परम भक्त शबरी नामक महिला मिलती है। जो श्री राम लक्ष्मण जी को अपने झूठे बेर खिलाती है। शबरी के कहने पर राम किष्किंधा पर्वत पर महाराज सुग्रीव से मिलने जाते है। राम एवं लक्ष्मण की सुग्रीव के मंत्री महाबली हनुमान से भेंट हुई। हनुमान ने भगवान राम की सुग्रीव से मित्रता कराई। राम लक्ष्मण ने सुग्रीव को अपनी पीड़ा और सुग्रीव ने राम लक्ष्मण को अपनी पीड़ा बताई। श्री राम ने मित्र धर्म निभाते हुए सुग्रीव को बाली से द्वंद युद्ध के लिए पंपापुर भेजा। एक बार तो सुग्रीव और बाली के दंड युद्ध में सुग्रीव बुरी मार खाकर आ गया। राम ने समरूप दिखने पर अपनी माला पहनाई और दोबारा सुग्रीव को बाली से युद्ध करने के लिए भेजा। इसके बाद भगवान राम ने उसका एक ही बाण से वध कर दिया श्रोता गण देर रात तक रामलीला देख कर भावविभोर हुए।
उक्त श्री राम लीला के मुख्य अतिथि तरंग यादव, महेन्द्र यादव, देवेंद्र यादव देहान्त पासवान गीरीश प्रसाद, सहित सभी अतिथियों को माला पहना कर रामलीला मंच पर श्री रामलीला के आयोजक रामकृष्ण दास मिशन सेवा ट्रस्ट के पुजारी अजीत दास जोगी बाबा ने स्वागत किये उनके सहयोगी परमा नन्द राम तिवारी, आनंद राम त्रिपाठी, सदान यादव समाज सेवी लल्लन शुक्ला, गोरख प्रसाद सुवाष गौड, उमेश चौहान मनोज चौहान राहुल चौहान उपस्थित रहे।