*मुख्य मंत्री जी ! बिना निर्माण कराये पैसा खाते से निकल गया ऐसे कितने गांव है— | यक्ष प्रश्न है ? *
*गौरी शंकर गुप्ता/पडरौना,कुशीनगर*|
स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई ने प्रधानमंत्री सड़क योजना का जब नीव रखा था तो उस समय गांव के लोगों में एक खुशहाली का माहौल देखने को मिल रहा था, क्योंकि शहर से जुड़ रहा था | गांव वालों को लगा कि आने वाला दिन गांव भी शहर जैसा दिखेगा एवं मजबूत सड़कों का जाल बिछेगा |
वर्ष 2014 में जब माननीय मोदी की सरकार बनी तो गांव वालों में एक अलग उत्साह था, कि भ्रष्ट्राचार मुक्त गांव भी होगा व भारत का हर गांव भी होगा, साथ ही स्व.बाजपेयी जी का सपना भी सकार होगा, क्या पता था सपना-सपना ही रह जायेगा ?
वर्तमान में देश के प्रधान मंत्री जी भारत देश को राष्ट्र पटल पर ख्याति प्राप्त करने में लगे है,तो वही प्रदेश के मुखीया गांव में भारी भरकम बजट देकर विकास का सपना संजोये हुए है,साथ ही गुन्डा, माफिया, अपराधी एवं भ्रष्ट्राचारियों को जेल के सलाखों के पिछे भेजने में कोई कोताई नही बरत रहें है, ताकि प्रदेश में राम राज्य कायम हो सकें |
*आपके सोच को किस कदर ब्लाक पडरौना कुशीनगर के तथाकथित सिक्रेटरी व ग्राम प्रधान दुरूपयोग कर रहें है, तो वही अधिकारी मुक दर्शक बनकर देख रहें है |*
जी हां आपके संज्ञान मे देना जरूरी है कि ब्लॉक पडरौना कुशीनगर के अंतर्गत ग्राम सभा पिपरासी भी है, इस गांव में बीते वर्ष- 2022-23 में लगभग लाखों के बजट से खड़ंजा होना था, लेकिन खड़ंजा न कराकर सिक्रेटरी कमलेश कुशवाहा के अनुसार ₹=14700 निकाल लिया गया था, लेकिन ₹=00000 कुछ और निकाला गया है ?
बताते चलें कि इस गांव का एक जागरुक व्यक्ति ने जिलाधिकारी कुशीनगर को ज्ञापन देकर भ्रष्टाचार से अवगत कराया था, लेकिन उसके बाद भी वह खड़ंजा नहीं बन सका, जब मामला तुल पकड़ने लगा तो वर्ष 25/नवम्बर/2024 को आनन फानन में ईट गिरना शुरू हो गया और शायद बन भी गया |
सवाल यह उठता है कि बिना कार्य कराये पैसा क्यों निकला गया ? वर्षो तक निर्माण कार्य क्यों नही हुआ अब क्यों ? जिलाधिकारी कुशीनगर के संज्ञान मे था उसके बावजूद भी खण्ड़ विकास अधिकारी कुशीनगर क्या कर रहें थे ? वर्षो पहले निकाला गया पैसा किसके पास था और किस लिए था ? अब तो प्रश्न यह भी उठता है कि जनपद के हर ऐसे कई ब्लाक होंगे जो उनके अन्तर्गत गांव होंगे और गांव के सिक्रेटरी होंगे जहां बिना निर्माण कराये शासन के रूपये ड़कार गये होंगे ? जांच का विषय है ?
*अब देखना है कि सिर्फ गांव पिरासी की जांच होगी या समस्त ग्राम सभाओं की* ?